प्रसिद्ध भू-वैज्ञानिक और पद्मभूषण से सम्मानित प्रो. खड्ग सिंह वल्दिया की पुण्यतिथि पर आज पूरे देश और विशेषकर उत्तराखंड में उन्हें कोटिशः नमन किया गया। Geological Sciences के क्षेत्र में उनका योगदान सदैव याद किया जाएगा।
मध्य हिमालय की जटिल भू-रचनाओं और Seismic Activities (भूकंपीय गतिविधियों) पर उनके गहन शोध कार्य ने न केवल भारतीय उपमहाद्वीप को भूगर्भीय दृष्टि से समझने में नई दिशा दी, बल्कि विश्व स्तर पर भारत को Earth Science Research में अग्रणी स्थापित किया।
प्रो. खड्ग सिंह वल्दिया का शोध यह दर्शाता है कि हिमालय केवल एक पर्वत शृंखला नहीं, बल्कि निरंतर गतिशील Geological Structure है। उनकी गवेषणाओं ने Earthquake, Landslide और River Dynamics जैसे विषयों पर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की।
उनका यह मानना था कि Himalayan Region की स्थिरता और यहाँ रहने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए Scientific Planning और Geological Studies आवश्यक हैं। इसी सोच के कारण उन्होंने कई महत्वपूर्ण Policy Suggestions दिए, जिन्हें आज भी Researchers और Policy-Makers मार्गदर्शन के रूप में अपनाते हैं।
उत्तराखंड सहित संपूर्ण हिमालयी क्षेत्र के Sustainable Development में उनकी सोच और योगदान का गहरा प्रभाव देखा जा सकता है। प्रो. खड्ग सिंह वल्दिया को विज्ञान के प्रति उनकी निष्ठा और राष्ट्र के लिए किए गए कार्यों के कारण “Himalaya का भू-विज्ञान पुरुष” कहा जाता है।
आज उनकी पुण्यतिथि पर, Scientific Community, Research Scholars और समाज के सभी वर्ग उनके उत्कृष्ट कार्यों को नमन करते हुए यह संकल्प लेते हैं कि उनकी Legacy of Knowledge & Research को आगे बढ़ाया जाएगा और आने वाली पीढ़ियों को विज्ञान एवं अनुसंधान के प्रति प्रेरित किया जाएगा।