हिमाचल प्रदेश में आई भीषण प्राकृतिक आपदा में कई लोगों ने समय से पहले अपनी जान गंवाई। इस दुखद घटना ने छोटी सी मासूम बच्ची नितिका से उसके माता-पिता का साया भी छीन लिया। जिस उम्र में बच्चों को खेलना-कूदना चाहिए, उस उम्र में नितिका ने अपने जीवन की सबसे बड़ी त्रासदी झेली।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इस बच्ची का भविष्य सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है। इसी सोच के साथ प्रदेश सरकार ने ‘राज्य की संतान योजना’ की शुरुआत की है, जिसके तहत ऐसे बच्चों को शिक्षा, सुरक्षा और आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
इस योजना के अंतर्गत आज मुख्यमंत्री ने नितिका को ₹7.95 लाख का चेक और ₹21 लाख की एफडी सौंपकर उसका भविष्य सुरक्षित करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया। उन्होंने कहा कि सरकार इस बात का संकल्प लेती है कि ‘राज्य की संतान योजना’ के तहत किसी भी बच्चे को अपने माता-पिता की कमी महसूस नहीं होने दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि इस योजना के माध्यम से अनाथ बच्चों को न केवल आर्थिक सहायता मिलेगी, बल्कि उन्हें बेहतर शिक्षा, आवास और स्वास्थ्य सुविधाएं भी सुनिश्चित की जाएंगी।
