UKSSSC पेपर लीक मामले की SIT जांच अब सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति BS Verma की निगरानी में होगी। उत्तराखंड सरकार ने निष्पक्ष और पारदर्शी जांच के लिए आदेश जारी किए।
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की Graduate Level Recruitment Exam पेपर लीक मामले की जांच को और transparent और fair बनाने के लिए प्रदेश सरकार ने बड़ा कदम उठाया है।
अब इस केस की जांच Special Investigation Team (SIT) द्वारा की जाएगी, जिसकी निगरानी उत्तराखंड हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश और सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति BS Verma करेंगे। सरकार की ओर से गृह सचिव Shailesh Bagauli ने इस संबंध में आधिकारिक order जारी कर दिए हैं।
न्यायमूर्ति बीएस वर्मा SIT investigation process की गहराई से monitoring करेंगे। उनका उद्देश्य होगा कि पूरी जांच facts-based, transparent और unbiased रहे।
न्यायमूर्ति वर्मा की मुख्य जिम्मेदारियां (Key Responsibilities):
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SIT की जांच की close monitoring करना।
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जांच प्रक्रिया को transparent और fair बनाए रखना।
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ज़रूरत पड़ने पर प्रदेश के विभिन्न districts का दौरा करना।
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प्राप्त complaints और information का संज्ञान लेकर SIT को guidance देना।
सरकार का उद्देश्य
प्रदेश सरकार का कहना है कि इस कदम का मुख्य उद्देश्य युवाओं और जनता का trust बहाल करना है। पेपर लीक और भर्ती घोटालों के चलते युवाओं में आक्रोश बढ़ गया है। सरकार चाहती है कि SIT की निगरानी में यह जांच speedy और credible तरीके से पूरी हो।
इस आदेश के बाद यह उम्मीद जताई जा रही है कि UKSSSC पेपर लीक मामले में जांच तेजी से आगे बढ़ेगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।