तेहरान/तेल अवीव।
ईरान और इजरायल के बीच चल रहे भीषण संघर्ष को तीन दिन पूरे हो चुके हैं और हालात बेहद गंभीर हो गए हैं। मिसाइल और ड्रोन हमलों के इस सिलसिले में अब तक दोनों देशों में कुल 246 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे अधिक नुकसान ईरान को हुआ है, जहां अकेले 230 से अधिक लोग मारे गए हैं और करीब 600 से ज्यादा घायल हुए हैं।
ईरान को हुआ भारी नुकसान:
- इजरायली मिसाइल हमलों में ईरान के नागरिकों, वैज्ञानिकों और सैन्य अधिकारियों की मौत हुई है।
- नतांज परमाणु साइट समेत कई न्यूक्लियर ठिकानों को निशाना बनाया गया।
- तबरेज और करमानशाह के मिसाइल बेस नष्ट कर दिए गए।
- ईरान की एक अहम रिफाइनरी में जबरदस्त विस्फोट हुआ, जिससे तेल संकट की आशंका गहराई है।
- भारतीय छात्रों की चिंता: ईरान में मौजूद 10,000 भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालने के लिए भारत सरकार “ऑपरेशन” शुरू कर सकती है।
- 2 कश्मीरी छात्र घायल होने की खबर भी सामने आई है।
इजरायल में नुकसान:
- ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल और ड्रोन हमलों में तेल अवीव, हाइफा और नेगेव क्षेत्र को निशाना बनाया गया।
- 16 से ज्यादा इजरायली नागरिकों की मौत, 100 से अधिक घायल।
- तेल अवीव की कई ऊंची इमारतें, हाइफा बंदरगाह, परमाणु और साइंस संस्थान बुरी तरह क्षतिग्रस्त।
- आपातकाल की घोषणा, राजधानी में लगातार सायरन।
निष्कर्ष:
तीन दिन के भीतर दोनों देशों ने एक-दूसरे पर बमबारी और मिसाइल हमलों से भारी तबाही मचाई है। अब तक ईरान को सबसे ज्यादा नुकसान झेलना पड़ा है, लेकिन इजरायल भी गंभीर संकट में है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस तनाव को लेकर गहरी चिंता जता रहा है।