जनपद चमोली के नंदानगर घाट क्षेत्र में हुई अतिवृष्टि और भूस्खलन ने भारी तबाही मचाई है। District Disaster Management Centre के अनुसार, अब तक कम से कम 7 लोग लापता बताए जा रहे हैं। घटना में 10–12 मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जबकि कई अन्य मकानों और दुकानों को भी नुकसान पहुंचा है। अधिकारियों ने आशंका जताई है कि क्षतिग्रस्त मकानों की संख्या और बढ़ सकती है।
जानकारी के मुताबिक, नंदानगर नगर पंचायत के कुन्त्री वार्ड में भूस्खलन से आए debris ने आधा दर्जन मकान पूरी तरह नष्ट कर दिए। हादसे के समय 7 लोग मकानों के अंदर मौजूद थे, जिनमें से 2 लोगों को जिंदा बचा लिया गया, जबकि 5 लोग अभी भी लापता हैं।
घटना की जानकारी मिलते ही SDRF, NDRF और स्थानीय तहसील की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और Rescue Operations शुरू कर दिए। जिला प्रशासन के अनुसार, राहत-बचाव कार्य लगातार जारी है और प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी Emergency में तुरंत सहायता केंद्र से संपर्क करें।
विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्र लगातार अतिवृष्टि और भूस्खलन की चपेट में हैं, इसलिए लोगों को सतर्क रहने और मौसम से जुड़ी updates पर नज़र रखने की ज़रूरत है।