Anant Ambani joined the Lalbaugcha Raja Visarjan procession in Mumbai as a true devotee, walking with thousands in a display of faith and humility. Discover how spirituality remains at the heart of the Ambani legacy.
Lalbaugcha Raja Visarjan में Anant Ambani की आस्था, भीड़ में दिखी सच्ची भक्ति
मुंबई – “Ganpati Bappa Morya!” के जयकारों से गूंजती मुंबई की सड़कों पर इस बार एक खास चेहरा भी दिखाई दिया – Reliance Industries के Director Anant Ambani, जो करोड़ों की कंपनियों का नेतृत्व करते हैं, लेकिन यहां सिर्फ एक भक्त (devotee) के रूप में नजर आए।
Director नहीं, पहले भक्त
Anant Ambani, जो Reliance Group के भविष्य को आकार दे रहे हैं, उन्होंने Lalbaugcha Raja के Visarjan में शामिल होकर दिखा दिया कि उनके लिए आस्था केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि जीवन का मूल है।
वे ना सिर्फ सार्वजनिक रूप से मंदिरों में दर्शन करते हैं, बल्कि हर बड़े धार्मिक आयोजन में active participation करते हैं। Ambani परिवार की पहचान सिर्फ व्यापार से नहीं, बल्कि उनकी spiritual values से भी जुड़ी रही है।
भीड़ में दिखी सादगी और भक्ति
हजारों श्रद्धालुओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलते हुए Anant Ambani की भक्ति देखने लायक थी। उनके चेहरे पर ना कोई VIP भाव था, ना कोई तामझाम – बस सच्ची श्रद्धा और विनम्रता (humility)।
उन्होंने एक आम भक्त की तरह बप्पा को विदाई दी, जो दिखाता है कि सच्ची आस्था में पद, पैसा या पहचान की दीवारें नहीं होतीं।
Spiritual Life ही है Anant Ambani की पहचान
Anant Ambani की धार्मिक आस्था कोई camera show नहीं, बल्कि उनकी life philosophy का हिस्सा है। मंदिरों के दर्शन, त्योहारों में भागीदारी, और पारिवारिक परंपराओं का पालन – ये सब बताते हैं कि उनके लिए भक्ति सिर्फ प्रदर्शन नहीं, अभ्यास (practice) है।
Faith Unites All – बप्पा के सामने सब एक समान
जैसे ही Lalbaugcha Raja का भव्य विसर्जन हुआ, Arabian Sea की लहरों में मूर्ति के साथ Anant Ambani की आस्था भी गहराई में उतर गई। उनकी उपस्थिति ने एक बात फिर साबित कर दी –
“चाहे कोई कितना भी बड़ा क्यों ना हो, सच्ची श्रद्धा सबको एक समान बना देती है।”