हिमाचल प्रदेश सरकार ने समाज के अनाथ और जरूरतमंद बच्चों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए एक और बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना के अंतर्गत 17 लाभार्थियों को ₹51 लाख की राशि स्वीकृत की गई है। यह धनराशि सीधे लाभार्थियों के खाते में भेजी जा रही है, ताकि वे अपने जीवन की जरूरतों को पूरा कर सकें और आत्मनिर्भर बन सकें।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य हर उस बच्चे और परिवार तक पहुँचना है, जिन्हें सहारे और समर्थन की सबसे अधिक आवश्यकता है। उन्होंने कहा— “हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि कोई भी बच्चा असहाय महसूस न करे। हर जरूरतमंद को हम ऐसा संबल और अवसर देंगे, जिससे वे सम्मान के साथ अपना जीवन जी सकें।”
सरकार का मानना है कि शिक्षा, रोजगार और सामाजिक सुरक्षा जैसे कदमों के माध्यम से अनाथ बच्चों को सशक्त बनाकर ही उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जा सकता है।