देहरादून, उत्तराखंड: उत्तराखंड के मालदेवता और नंदा की चौकी क्षेत्रों में 15 सितंबर, 2025 की रात हुई मूसलधार बारिश और बादल फटने से व्यापक तबाही मची है। मालदेवता क्षेत्र में लगभग 100 मीटर लंबा सड़क मार्ग बह गया है, जिससे स्थानीय लोगों को आवागमन में कठिनाई हो रही है। नंदा की चौकी में भी पुल बह गए हैं और कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
मूसलधार बारिश और बाढ़ का प्रभाव
स्थानीय नदियाँ जैसे रिस्पना, सोंग, टोंस और बिंदाल खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। नदी किनारे बसे क्षेत्रों में जलभराव और मलबा आने से कई घरों में पानी घुस गया। मालदेवता और नंदा की चौकी के प्रमुख सड़क मार्गों के बह जाने से लोगों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
राहत और बचाव कार्य
राज्य सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की टीमें प्रभावित इलाकों में राहत कार्य में जुटी हुई हैं। सहस्त्रधारा क्षेत्र में बाढ़ में फंसे पांच लोगों को SDRF और पुलिस की संयुक्त टीम ने सुरक्षित रेस्क्यू किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मुख्यमंत्री से बात कर हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।
मौसम विभाग की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग ने देहरादून, हरिद्वार और टिहरी जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। जलस्तर में वृद्धि और भूस्खलन की संभावना को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने लोगों से नदी-नालों के पास न जाने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है।
सोशल मीडिया पर इस आपदा के कई दृश्य वायरल हो रहे हैं, जिनमें सड़कों पर बहता पानी, क्षतिग्रस्त पुल और बाढ़ में फंसे वाहन दिखाई दे रहे हैं। स्थानीय लोग इन दृश्यों को साझा कर रहे हैं और राहत कार्यों में प्रशासन से सहायता की मांग कर रहे हैं।
पाठकों से अपील: यदि आप मालदेवता और नंदा की चौकी के आसपास हैं या इन क्षेत्रों की यात्रा करने वाले हैं, तो मौसम विभाग की चेतावनी और प्रशासन की सलाह का पालन करें। अपनी सुरक्षा को सर्वोपरि रखें और जरूरत पड़ने पर मदद प्राप्त करें।