उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में सरकार ने युवाओं के रोजगार पर विशेष ध्यान दिया है। पिछले चार सालों में राज्य के 25,000 से अधिक युवाओं को विभिन्न विभागों में सरकारी नौकरी दी गई है। हाल ही में जनजाति कल्याण विभाग में 15 सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए।
विदेश में रोजगार के नए अवसर
युवाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोजगार देने के लिए सरकार ने 9 नवंबर 2022 को मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना शुरू की।
इस योजना के तहत युवाओं को आतिथ्य (Hospitality), नर्सिंग, और ऑटोमोबाइल जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जाता है।
अब तक 154 युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया गया है, जिनमें से 37 युवाओं को जापान में रोजगार भी मिला है।
सख्त नकल विरोधी कानून से पारदर्शिता
सरकार ने 2024 में सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया।
इस कानून के बाद से राज्य में एक भी परीक्षा में पेपर लीक नहीं हुआ है।
धामी सरकार ने अब तक 100 से अधिक नकल माफिया को जेल भेजा है, जिससे भर्ती प्रक्रियाओं में पारदर्शिता आई है।
मुख्यमंत्री का विजन
सीएम धामी का कहना है कि उनका लक्ष्य है कि उत्तराखंड के युवा अपने राज्य में ही रोजगार प्राप्त करें और पलायन कम हो।
उन्होंने कहा:
“हमारा प्रयास है कि उत्तराखंड का पानी और जवानी यहीं के काम आए। युवा बाहर जाने के बजाय, खुद रोजगार प्रदान करने वाले बनें।”
निष्कर्ष
सीएम धामी सरकार ने न केवल सरकारी नौकरियों में पारदर्शिता लाई है, बल्कि युवाओं को देश और विदेश में बेहतर अवसर देने के लिए भी महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। यह पहल राज्य के विकास और युवाओं के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में बड़ा कदम है।