जीटीआरई ने कावेरी ड्राई इंजन का सफल परीक्षण किया, ग़ातक यूसीएवी के लिए बड़ी उपलब्धि

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GTRE successfully tested the Kaveri Dry Engine with unrestricted throttle movement for India’s stealth Ghatak UCAV, marking a major step in indigenous jet engine development and reducing foreign dependence.

जीटीआरई (GTRE) ने कावेरी ड्राई इंजन (Kaveri Dry Engine) का सफल परीक्षण कर भारत की डिफेंस (defense) टेक्नोलॉजी में एक नया माइलस्टोन (milestone) हासिल किया है।

भारत के स्वदेशी कावेरी जेट इंजन प्रोग्राम (Kaveri Jet Engine Program) ने एक ऐतिहासिक बदलाव देखा है। लंबे समय से लड़ाकू विमान (fighter jet) को पावर देने में संघर्ष करने के बाद, अब इसका ड्राई इंजन (Dry Engine) वर्ज़न भारत के स्टेल्थ अनमैन्ड कॉम्बैट एरियल व्हीकल (Stealth UCAV) प्लेटफॉर्म को शक्ति देने के लिए तैयार है।

जीटीआरई (Gas Turbine Research Establishment) ने हाल ही में कावेरी ड्राई इंजन का अनरिस्ट्रिक्टेड थ्रॉटल मूवमेंट (Unrestricted Throttle Movement) के साथ सफल प्रदर्शन परीक्षण किया। इस परीक्षण ने साबित किया कि इंजन हर थ्रॉटल रेंज (Throttle Range) पर स्मूथ और स्थिरता से काम कर सकता है।

यह ड्राई इंजन लगभग 46 से 49 kN ड्राई थ्रस्ट (Dry Thrust) प्रदान करता है, और हालिया ट्रायल्स में यह लगभग 50 kN तक पहुंच गया है।

ग़ातक यूसीएवी (Ghatak UCAV) के लिए नई ताकत

कावेरी इंजन का यह डेरिवेटिव वर्ज़न (Derivative Version) खासतौर पर स्टेल्थ कॉम्बैट मिशन्स (Stealth Combat Missions) के लिए बनाया गया है।

  • यह आफ्टरबर्नर (Afterburner) के बिना काम करता है।

  • सबसोनिक (Subsonic) स्पीड में उड़ान भरता है।

  • मैक्स थ्रस्ट (Max Thrust): 50–55 kN

  • सर्विस सीलिंग: 30,000–40,000 फीट

  • रेंज: 1,000+ किलोमीटर


भविष्य की दिशा (Future Pathways)

भारत इस प्रोग्राम के ज़रिए फिफ्थ और सिक्स्थ जेनरेशन फाइटर जेट (5th & 6th Gen Fighter Jet) इंजनों की दिशा में भी बढ़ रहा है।

  • नया 120 kN इंजन विकसित हो रहा है।

  • इंटरनेशनल कंपनियों जैसे Safran, Rolls-Royce और General Electric के साथ टेक्नोलॉजी ट्रांसफर और जॉइंट डेवलपमेंट की संभावना है।

  • 2025 तक 130 kN ट्विन इंजन टेस्ट बेड (Test Bed) सुविधा पूरी होगी।


भारत की स्वदेशी शक्ति का प्रमाण

लगभग ₹2,000 करोड़ के निवेश से तैयार हुआ यह प्रोग्राम अब रणनीतिक आत्मनिर्भरता (Strategic Autonomy) की दिशा में मजबूत कदम है। ग़ातक यूसीएवी के लिए यह इंजन न सिर्फ़ भारत की रक्षा क्षमता बढ़ाएगा, बल्कि विदेशी निर्भरता भी कम करेगा।

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